रविवार 30 अप्रैल 2023 - 04:58
हक़ीकी और वाक़ेई कैदी

हौज़ा / हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने एक रिवायत में सच्चे कैदी का परिचय कराया है।

हौज़ा समाचार एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "अल-काफी" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

قال الامام الصادق علیه السلام:

المَسجونُ مَن سَجَنَتهُ دُنياهُ عَن آخِرَتِهِ

हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया:

असली बंदी वह है जिसकी दुनिया उसे परलोक से रोकती है (अर्थात् वह जो इस संसार के अस्थायी सुखों में डूबा रहता है और परलोक के शाश्वत आशीर्वाद को खो देता है)।

काफी: भाग 2, पेज 455, हदीस 9

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